रायसेन जिले के गैरतगंज विकासखंड अंतर्गत हिनोतिया महलपुर से घाटखेड़ी सड़क निर्माण कार्य में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग के कारनामे उजागर हुए हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि 8.360 किमी लंबाई की इस सड़क का निर्माण 455.91 लाख रुपए की लागत से होना था। कार्य प्रारंभ 26 अक्टूबर 2021 को हुआ और इसे एक साल में, यानी 25 अक्टूबर 2022 तक पूर्ण करना था। ठेकेदार को निर्माण की 5 साल की गारंटी भी देनी थी।
लेकिन हकीकत यह है कि सड़क का 200 से 300 मीटर हिस्सा ही अधूरा पड़ा है, बावजूद इसके विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने ठेकेदार को पूरा भुगतान कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि इस गड़बड़ी में विभागीय अफसरों की मिलीभगत है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि अधिकारियों का कहना है कि –
"इस खबर से प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ता और न ही रायसेन कलेक्टर इस पर संज्ञान लेंगे।"
ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और वे पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। अगर यही हाल रहा तो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की विश्वसनीयता पर सवाल उठना लाजमी है।
प्रश्न उठता है कि जब सड़क अधूरी है तो ठेकेदार को पूरा भुगतान कैसे और क्यों कर दिया गया?
क्या विभागीय अफसर ठेकेदार को बचा रहे हैं?
यह मामला केवल सड़क निर्माण की लापरवाही नहीं बल्कि सरकारी धन की खुली लूट का उदाहरण बनकर सामने आया है।