वारासिवनी। भारत सरकार के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के अंतर्गत वारासिवनी विकासखण्ड स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर सह उप स्वास्थ्य केन्द्र खापा का भारत सरकार के विशेषज्ञ दल द्वारा दिनांक 14 अक्टूबर को सघन निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण दल में नेशनल असेसर डॉ. राठी बालचंद्रन (केरल) तथा डॉ. सिबाशीष स्वैन (उड़ीसा) शामिल थे। इस निरीक्षण का उद्देश्य केंद्र में दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, प्रबंधन व्यवस्था एवं राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप कार्यों का मूल्यांकन करना था।
निरीक्षण के दौरान दल द्वारा पीएनसी (प्रसूति पश्चात देखभाल) एवं नवजात शिशुओं के लिए दी जाने वाली सेवाएं, किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, असंचारी रोगों का प्रबंधन, परिवार कल्याण सेवाएं, राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम, स्वच्छता एवं संक्रमण नियंत्रण, रिकॉर्ड प्रबंधन, मरीजों के अधिकार, क्लीनिकल सेवाएं, सपोर्टिंग सेवाएं, बाल्यकालीन स्वास्थ्य सेवाएं, सामान्य बीमारियों का उपचार एवं प्रबंधन, क्वॉलिटी मैनेजमेंट और आउटपुट आधारित उपलब्धियों से संबंधित समस्त अभिलेखों की गहन समीक्षा की गई।
निरीक्षण के दौरान दल ने केंद्र परिसर की साफ-सफाई, दवा वितरण व्यवस्था, मरीजों की पंजीयन प्रक्रिया, स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति, टीकाकरण कक्ष, प्रसूति कक्ष, लैब जांच कक्ष एवं दवा भंडारण व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। साथ ही मरीजों से संवाद स्थापित कर उन्हें दी जा रही सेवाओं की जानकारी प्राप्त की गई।
दल ने स्टाफ को गुणवत्ता मानकों के अनुरूप कार्य करने तथा मरीजों के प्रति संवेदनशील व्यवहार बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने केंद्र में चल रहे जनस्वास्थ्य कार्यक्रमों के दस्तावेज, रिपोर्टिंग प्रारूप एवं डाटा प्रबंधन प्रणाली की भी सराहना की।
इस अवसर पर बीएमओ वारासिवनी डॉ. सत्यम शर्मा, डीपीएम श्री विक्रम सिंह ठाकुर, डीक्यूएम श्री विनोद कामडे, डॉ. समर्पित पाटीदार, डॉ. स्वाती उईके, बीपीएम श्री संजय तुरकर, सरपंच श्री देवी प्रसाद गौतम, सचिव श्री खिलेन्द्र राहंगडाले, सीएचओ वैशाली बोपचे, एएनएम मनीषा मेश्राम, विशाल सोनी एवं मेंटर वैशाली पारधी उपस्थित रहे।
निरीक्षण के अंत में भारत सरकार के दल ने केंद्र की व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए कुछ आवश्यक सुधारात्मक सुझाव भी प्रदान किए, ताकि आगामी मूल्यांकन में केंद्र को राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणन प्राप्त करने में सफलता मिल सके।
बालाघाट जिला ब्युरो प्रहलाद गजभिये