सुल्तानगंज से एक सराहनीय खबर सामने आई है, जहां समाजसेवी डॉक्टर शैलेंद्र सिंह यादव ने अपना जन्मदिन पूरी तरह से सेवा, समर्पण और संस्कृति के साथ मनाकर एक मिसाल पेश की है। उन्होंने अपना विशेष दिन मधुसूदन गौशाला, बेरसला में गौमाता की पूजा कर शुरू किया और फिर वहां पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। यही नहीं, उन्होंने गौशाला में सेवा दे रहे गौ सेवकों को उपहारस्वरूप छाते और अन्य उपयोगी सामग्री भी वितरित की, जिससे यह दिन सिर्फ उनका नहीं, पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक बन गया।
डॉ. शैलेंद्र सिंह यादव ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय संस्कृति में गौमाता का स्थान सर्वोच्च है, लेकिन वर्तमान समय में गायों की जो स्थिति है, वह अत्यंत चिंताजनक है। केवल सरकारी योजनाओं से इस दिशा में सुधार संभव नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अगर हर व्यक्ति अपने स्तर पर एक गाय के लिए भी कोई छोटा सा प्रयास करता है, तो बड़ा बदलाव आ सकता है।
इस आयोजन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, गौसेवक और उनके प्रशंसक उपस्थित रहे। सभी ने डॉक्टर यादव की इस सोच और पहल की खुले दिल से तारीफ की और कहा कि आज जब लोग जन्मदिन को केवल निजी उत्सव के तौर पर मनाते हैं, तब डॉ. शैलेंद्र सिंह जैसे लोग समाज को एक नई दिशा देने वाले प्रेरणास्रोत हैं। गौशाला प्रबंधन ने भी उनका धन्यवाद किया और इस प्रकार के सामाजिक आयोजनों को निरंतर बनाए रखने का आग्रह किया।