उपेंद्र गौतम रायसेन
रायसेन
ग्राम ब्यावरा से धनौरा तक बनाए गए ग्रेवल रोड की पहली ही बारिश में हालत बद से बदतर हो गई है। जगह-जगह गड्ढे, कीचड़ और जलभराव से ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। स्थानीय निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं कई ग्रामीणों का मुख्य मार्ग से संपर्क पूरी तरह टूटने की कगार पर पहुंच गया है।
धनौरा निवासी और समाजसेवी मनोहर मेहरा ने बताया कि उन्होंने इस सड़क की खराब स्थिति को लेकर कई बार संबंधित विभाग और प्रशासन को अवगत कराया, लेकिन आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। बारिश के कारण अब हालात और ज्यादा गंभीर हो चुके हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि लाखों की लागत से बनी यह सड़क गुणवत्ता की अनदेखी का जीता-जागता उदाहरण है। पहली ही बारिश में सड़क की पोल खुल गई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन इस सड़क की जांच कर जिम्मेदार ठेकेदारों और अधिकारियों पर कार्रवाई करे, साथ ही जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत कराए ताकि लोगों को राहत मिल सके।
अब सवाल यह उठता है कि जब पहली बारिश ही सड़क को बहा ले गई, तो क्या यह निर्माण सिर्फ कागजों में ही मजबूत था?
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।