सियरमऊ में छिपे थे ‘शादी ठगी गैंग’ के मास्टरमाइंड, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, शादी कर ठगी करने वाली नकली दुल्हन और उसका साथी गिरफ्तार
रिपोर्ट: मनोज शुक्ला
सागर जिले के कैंट थाना क्षेत्र में शादी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने फरार हुई दुल्हन और उसके कथित भाई को सिलवानी के सियरमऊ गांव से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में दोनों ने शादी का झांसा देकर ठगी करने की बात कबूल की है।
कैंट थाना प्रभारी रोहित डोंगरे के अनुसार, 13 अक्टूबर को धरमोबाई पति हरप्रसाद यादव (60), निवासी 15 मुहाल सदर बाजार, ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। धरमोबाई ने बताया कि वह अपने बेटे सुनील की शादी के लिए लड़की तलाश कर रही थीं। इस दौरान रिश्तेदार राजू यादव, निवासी धनुआ मेढ़की, ने भौरासा निवासी आरती यादव का रिश्ता बताया। राजू ने कहा कि लड़की का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है, इसलिए शादी का खर्च लड़के के परिवार को उठाना होगा।
परिवार ने यह प्रस्ताव मान लिया और 12 सितंबर को सुनील की शादी आरती यादव से कर दी। शादी में करीब 80 हजार रुपये नकद, सोने का हार, चांदी की करधौनी, पायल और पेंडल उपहार में दिए गए। लेकिन शादी के दो दिन बाद यानी 14 सितंबर को दुल्हन आरती अपने साथ नकद और गहने लेकर कथित भाई रामनाथ यादव के साथ फरार हो गई।
शिकायत मिलते ही पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि राजू यादव ने अपने साथियों के साथ मिलकर शादी के नाम पर ठगी की साजिश रची थी। पूछताछ में राजू ने बताया कि उसकी साथी लक्ष्मी बंसल ने "आरती यादव" और बबलू बंसल ने "रामनाथ यादव" का फर्जी नाम अपनाया था। दोनों ने मिलकर कई जगह शादी के नाम पर लोगों को ठगने की योजना बनाई थी।
राजू यादव की निशानदेही पर पुलिस टीम सिलवानी पहुंची। वहां छानबीन के बाद दोनों आरोपियों की पहचान की गई और बुधवार को ग्राम सियरमऊ से गिरफ्तार कर लिया गया।
कैंट थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों से सोने-चांदी के जेवर, मोबाइल और करीब तीन लाख रुपये मूल्य का सामान जब्त किया है। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि यह गिरोह प्रदेश के अन्य जिलों में भी ऐसी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। पुलिस अब इनके अन्य साथियों और नेटवर्क की तलाश में जुटी है।
स्रोत – पुलिस विभाग, सागर