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त्रिदिवसीय चुनरी यात्रा में हजारों भावनाएं—जयघोषों से गूंजा इलाक़ा


सिलवानी:
क्षेत्र में हर वर्ष की तरह इस बार भी परंपरागत चुनरी यात्रा ने भक्ति की ऐसी धारा बहाई कि पूरा इलाक़ा आध्यात्मिक रंग में रंग उठा। मंगलवार की सुबह बेगमगंज तहसील के ग्राम ढिलवार में जब अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल द्वारा आयोजित चुनरी यात्रा का शुभारंभ हुआ, तो वातावरण में “जय माता दी” और “हर हर नर्मदे” के जयघोष गूंज उठे।


प्रातः 11 बजे ढिलवार से शुरू हुई इस यात्रा में ढिलवार, पडरिया, मबई, पिपलिया डावरी, बिछुआ, पापड़ा, चौका समेत आसपास के कई गांवों के सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। महिलाएं, बच्चे, वृद्ध—सभी के चेहरों पर अनोखा उत्साह और आस्था झलक रही थी। चुनरी, झंडे, नगाड़ों और भजन-कीर्तन के साथ बढ़ती इस यात्रा को जगह-जगह स्वागत मिलता रहा।


डावरी में सर्वेश खरे ने श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत किया, वहीं जयदीप पटेल चंदपुरा वालों ने फूलमाला अर्पित कर यात्रा को आगे बढ़ाया। सियरमऊ–सिलवानी मार्ग से गुजरते हुए यात्रा खमेरा, ककरूआ, हीरापुर, जैतपुर मार्ग से होते हुए मुआर पहुंची, जहां प्रथम पड़ाव रखा गया।



रात्रि विश्राम से पहले का अद्भुत आध्यात्मिक दृश्य


मुआर में सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ, विजय मंत्र जाप और संकल्प वाचन ने सभी भक्तों को भक्ति रस से भर दिया। सैकड़ों श्रद्धालु एक साथ मंत्रोच्चार करते हुए दिखे—वह दृश्य स्वयं में ही दिव्यता का प्रमाण था। राष्ट्रीय बजरंग दल खंड मुआर की टीम पूरी व्यवस्था में जुटी रही।


यात्रा का दूसरा दिन : भक्ति और सेवा की मिसाल


संगठन के विभाग मंत्री संजय खरे के अनुसार, बुधवार सुबह 7 बजे यात्रा पुनः प्रारंभ हुई। पिपलिया बुडका में श्रद्धालुओं के लिए अल्पाहार की व्यवस्था की गई। वहीं बिजनयाई क्रेशर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री रामपाल सिंह ने चुनरी यात्रा का भव्य स्वागत किया और सभी के लिए अल्पाहार की व्यवस्था भी की। उनके साथ दुर्गेश प्रताप सिंह एवं गोविंद सिंह भी स्वागत में उपस्थित रहे।


दोपहर तक सभी श्रद्धालु मां नर्मदा की गोद, पावन बोरास घाट पहुंचे। नर्मदा तट पर पहुंचते ही भक्तों के चेहरों पर अद्भुत शांति और भावुकता देखने को मिली—मानो तीन दिनों की यात्रा का उद्देश्य धीरे-धीरे पूर्णता की ओर बढ़ रहा हो।



गुरुवार को होगा समापन…


तीसरे दिन, गुरुवार को बोरास घाट पर सामूहिक भंडारा, यज्ञ-अनुष्ठान और पूर्णाहुति के साथ तीन दिवसीय चुनरी यात्रा का समापन होगा।


आयोजन में जिला अध्यक्ष मिहीलाल लोधी, महासचिव एवं टीम, ग्रामीणजन, अंतरराष्ट्रीय महिला परिषद (ओजस्विनी) की बहनों और क्षेत्रवासियों की सक्रिय भागीदारी विशेष रूप से सराहनीय रही। महिलाओं और बच्चों की बड़ी संख्या के कारण पूरी यात्रा में उत्सव जैसा उल्लास बना रहा।

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