सुदर्शन क्रिया से बदला जीवन, बालाघाट में फिर लौट रहा है हैप्पीनेस कोर्स

Balaghat mein Art of Living ke Happiness Course ke dauran Sudarshan Kriya aur dhyan karte sadhak

जीवन बदलने का मार्ग बनी सुदर्शन क्रिया

तनावमुक्त, स्वस्थ और संतुलित जीवन की ओर एक सशक्त कदम

साधकों की मांग पर 1 जनवरी से 4 जनवरी तक पुनः होगा हैप्पीनेस कोर्स

बालाघाट।

आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा बालाघाट जिले में नागरिकों को तनावमुक्त, स्वस्थ एवं आनंदमय जीवन की दिशा में प्रेरित करने हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में 25 दिसंबर से 28 दिसंबर तक स्थानीय हरी मंगलम लॉन, बालाघाट में हैप्पीनेस शिविर का सफल आयोजन किया गया, जिसका समापन 28 दिसंबर को हुआ।वहीं पुनः प्रतिभागियों की मांग पर 01 से 04 जनवरी तक नववर्ष विशेष हैप्पीनेस शिविर सुबह 07 से 10 बजे तक स्थानीय हाँल में किया जाएगा ।
Balaghat mein Art of Living ke Happiness Course ke dauran Sudarshan Kriya aur dhyan karte sadhak


यह शिविर अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक आशीष पटेल जी के सान्निध्य में संपन्न हुआ, जिसमें योग, ध्यान, प्राणायाम, आसन एवं सुदर्शन क्रिया का वैज्ञानिक एवं व्यवस्थित प्रशिक्षण के साथ व्यवहारिक ज्ञान चर्चा की गई ।

शिविर के दौरान प्रशिक्षकों ने बताया कि आज के भागदौड़ भरे जीवन में बढ़ता मानसिक तनाव अनेक शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों का कारण बन रहा है। ऐसे में सुदर्शन क्रिया और ध्यान व्यक्ति को न केवल मानसिक शांति प्रदान करते हैं, बल्कि शारीरिक रूप से भी सशक्त बनाते हैं।

उन्होंने बताया कि योग और ध्यान के नियमित अभ्यास से ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड प्रेशर एवं शुगर जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों को नियंत्रित करने में विशेष सहायता मिलती है। साथ ही थायरॉइड, हार्मोनल इम्बैलेंस जैसी समस्याओं में भी सकारात्मक सुधार देखने को मिलता है।

प्रशिक्षकों ने कहा कि विभिन्न वैज्ञानिक शोधों में यह तथ्य सामने आया है कि योग, प्राणायाम और ध्यान से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे अनेक बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्राप्त होती है। योग और ध्यान से शरीर एवं मन के बीच संतुलन स्थापित होता है, जिससे व्यक्ति संपूर्ण स्वास्थ्य की ओर अग्रसर होता है।

शिविर में भाग लेने वाले साधकों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि नियमित साधना से उनके जीवन में मानसिक शांति, सकारात्मक सोच, आत्मविश्वास एवं संतुलन का विकास हुआ है।

साधकों की मांग पर पुनः होगा हैप्पीनेस कोर्स

शिविर में भाग लेने वाले साधकों की विशेष मांग पर आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा पुनः 1 जनवरी से 4 जनवरी तक हैप्पीनेस कोर्स का आयोजन किया जा रहा है।
इस कोर्स में भी सुदर्शन क्रिया, योग, ध्यान एवं जीवन प्रबंधन की प्रभावी तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

आर्ट ऑफ लिविंग परिवार ने अधिक से अधिक नागरिकों से इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की है।


आयोजन में इनका रहा महत्वपूर्ण योगदान

शिविर के सफल आयोजन में आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक विकास सोनेकर,सुशीला बोरीकर,पुष्करण सिंह,ऋितु मोहारे,सुरजीत सिंह ठाकुर, डॉ. हेमंत रहांगडाले तथा स्वयंसेवक
करण बिसेन, जीवेश वैश्य, मानक नागेश्वर, रामविलास म्हात्रे, नलिन बिसेन, हरीश मसकोले,थिबलिस माखीजा,देवेन्द्र बिसेन सहित अन्य आर्ट ऑफ लिविंग स्वयंसेवकों का सराहनीय योगदान रहा।



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