सिलवानी: तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत गुटौरी में स्थित हनुमान मंदिर परिसर में गुरुवार से प्रारम्भ हुआ दो दिवसीय रामसत्ता कार्यक्रम शुक्रवार दोपहर विधिवत समापन के साथ पूर्ण हुआ। इस धार्मिक आयोजन में ग्राम की सभी महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए भजन-कीर्तन के माध्यम से गांव की सुख-समृद्धि, शांति और प्रगति की प्रार्थना की।
ग्रामवासियों ने बताया कि गुटौरी में रामसत्ता की परंपरा लगभग 100 वर्षों से चली आ रही है, जिसे पूर्णिमा के अवसर पर विशेष रूप से आयोजित किया जाता है। अखंड रामधुनी के माध्यम से लोग अपने पितरों के प्रति श्रद्धा अर्पित करते हुए भगवान राम के नाम का जप करते हैं। यह आयोजन ग्राम की एकजुटता और सांस्कृतिक विरासत को संजोकर रखने का प्रतीक माना जाता है।
मंडल अध्यक्ष पप्पू ठाकुर ने कार्यक्रम में सहभागिता कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में वर्णित है कि 14 वर्ष के वनवास के दौरान भगवान राम ने आदिवासी समाज के प्रेम और सेवा को स्वीकार किया था। इसी भावना के सम्मान में रामसत्ता जैसे सामूहिक आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।
उन्होंने आगे कहा कि “हमारी पूर्व और आने वाली पीढ़ियां रामनाम से ही धन्य होती हैं। पूर्णिमा के दिन सामूहिक भजन-कीर्तन, तर्पण और रामधुन से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और आंतरिक शांति का संचार होता है।”
ग्राम पंचायत चैनपुर के ग्राम गुटौरी के लोगों ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य पूरे गांव की खुशहाली और नैतिक-सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूत करना है। महिलाओं द्वारा भजनों की प्रस्तुति और ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को विशेष रूप से सफल बनाया।
इस अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष पप्पू ठाकुर, उप सरपंच सुखदेव सिंह, राजू मस्कोले, देवेन्द्र सिंह, नेतराम मेंबर, बबलू सिंह, रविन्द्र पंडा, कालूराम, रमेश पंडा, गिलान सिंह, मंशाराम पटेल, गंगाराम सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं और पुरुष उपस्थित रहे।
ग्राम गुटौरी में आयोजित यह रामसत्ता न केवल आस्था का पर्व रहा बल्कि गांव की सांस्कृतिक आत्मा का जीवंत उत्सव भी साबित हुआ।

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