सियरमऊ। सरस्वती शिशु मंदिर सियरमऊ में शिशु वाटिका के नन्हे-मुन्ने भैया-बहिनों ने बड़े हर्षोल्लास एवं उत्साह के साथ दीपोत्सव मनाया। विद्यालय प्रांगण दीपों की ज्योति से आलोकित हो उठा।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ लक्ष्मी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं वंदना से हुआ। इसके बाद बच्चों ने दीप नृत्य, लक्ष्मी वंदना गीत तथा "अंधकार से प्रकाश की ओर" विषय पर मनमोहक नाट्य प्रस्तुति दी। छोटे बच्चों ने मिट्टी के दीपक सजाए और रंग-बिरंगी रंगोलियों से विद्यालय प्रांगण को सुंदर बना दिया।
विद्यालय के आचार्यगणों ने बच्चों को दीपावली का सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व बताया। प्रधानाचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि “दीप केवल प्रकाश का प्रतीक नहीं, बल्कि ज्ञान, सत्य और संस्कार का संदेश देता है।”
कार्यक्रम के अंत में मिठाइयाँ बाँटी गईं और बच्चों ने “जय जय दीपमाला, जय जय भारत माला” गीत के साथ दीपोत्सव का समापन किया।




