Top News

दुग्ध उत्पादन बढ़ाने की बड़ी पहल: 17 दिसंबर से जिले में शुरू होगा दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान



दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान का द्वितीय चरण 17 दिसंबर से शुरू

नरसिंहपुर। जिले में पशुपालन को बढ़ावा देने और दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के उद्देश्य से “दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान” के द्वितीय चरण की शुरुआत 17 दिसंबर से की जा रही है। इस अभियान के माध्यम से पशुपालकों से सीधे संपर्क कर उन्हें वैज्ञानिक पशुपालन की जानकारी दी जाएगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि सुनिश्चित हो सके।

पशुपालन विभाग द्वारा संचालित इस अभियान के अंतर्गत जिले के 13,547 पशुपालकों को कवर किया जाएगा, जिनके पास कुल 87,313 गोवंश एवं भैंसवंशी पशु हैं। द्वितीय चरण में विशेष रूप से ऐसे पशुपालकों से संपर्क किया जाएगा, जिनके पास 5 से 9 गोवंश या भैंसवंशी पशु हैं।

घर-घर जाकर होगा सीधा संवाद

अभियान का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों के घर जाकर उनसे सीधा एवं सार्थक संवाद स्थापित करना है, ताकि दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया जा सके।

215 प्रशिक्षित कर्मियों की तैनाती

अभियान को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए विभाग द्वारा कुल 215 कर्मियों की टीमें गठित की गई हैं, जिनमें—

  • 43 सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी
  • 172 गौ-सेवक (गौ-मैत्री सहित)
    शामिल हैं। इन सभी कर्मियों को मास्टर ट्रेनर्स द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे वे पशुपालकों की समस्याओं को समझकर उचित समाधान प्रदान कर सकें।

इन विषयों पर दी जाएगी जानकारी

पशुपालन विभाग नरसिंहपुर के उपसंचालक डॉ. सुनील कुमार ब्रजपुरिया ने बताया कि टीम पशुपालकों से संपर्क कर निम्न विषयों पर मार्गदर्शन देगी—

  • नस्ल सुधार : अधिक दुग्ध उत्पादन हेतु वैज्ञानिक तरीके
  • पशु पोषण : संतुलित आहार एवं पोषण प्रबंधन
  • पशु स्वास्थ्य : प्रमुख बीमारियों की रोकथाम एवं उपचार

उच्च स्तरीय निगरानी में चलेगा अभियान

यह अभियान जिला पंचायत सीईओ श्री गजेन्द्र नागेश की सीधी निगरानी एवं मार्गदर्शन में संचालित किया जाएगा।
जिला कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह ने अभियान की समीक्षा करते हुए पशु चिकित्सा विभाग को इसे प्रभावी एवं परिणामोन्मुखी बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान जिले के पशुपालकों की आर्थिक मजबूती और दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के लिए मील का पत्थर साबित होगा

डॉ. ब्रजपुरिया ने बताया कि विभाग पूरी तरह तैयार है और यह अभियान सुनिश्चित करेगा कि सरकारी योजनाओं का लाभ एवं वैज्ञानिक जानकारी अंतिम छोर के पशुपालक तक पहुंचे

Post a Comment

और नया पुराने