बालाघाट | 12 दिसंबर 2025
रेत के अवैध खनन पर सख्ती दिखाते हुए बालाघाट जिले के प्रशासनिक अमले ने तहसील खैरलांजी अंतर्गत ग्राम सिवनघाट में बड़ी कार्रवाई की है। यह कार्रवाई कलेक्टर श्री मृणाल मीना के निर्देश पर खनिज, राजस्व एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा की गई।
प्रशासन को सूचना मिली थी कि महाराष्ट्र की ओर से एक रेत ठेकेदार द्वारा बैनगंगा नदी के बीचों-बीच अवैध पुलिया एवं सड़क का निर्माण कर पानी की धार को रोका गया है, ताकि मध्य प्रदेश क्षेत्र से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा सके।
एक किलोमीटर लंबा अवैध रास्ता ध्वस्त
सूचना के आधार पर तहसीलदार खैरलांजी, नायब तहसीलदार, माइनिंग अमला, थाना प्रभारी सहित राजस्व, खनिज एवं पुलिस बल ने मौके पर औचक निरीक्षण किया। जांच के दौरान महाराष्ट्र के जिला गोंदिया अंतर्गत ग्राम किन्हीं की ओर से बनाया गया लगभग एक किलोमीटर से अधिक लंबा और 15 से 18 फीट चौड़ा अवैध रास्ता पाया गया, जिसे जेसीबी मशीन की मदद से तोड़ दिया गया।
कार्रवाई के दौरान पथराव, रोकने की कोशिश
कार्रवाई के दौरान महाराष्ट्र की ओर से रेत ठेकेदार और उसके साथियों ने उपद्रव करते हुए पथराव किया और कार्रवाई को रोकने का प्रयास किया। इतना ही नहीं, दो जेसीबी मशीनें लाकर पुनः रास्ता बनाने की कोशिश भी की गई।
कलेक्टर के हस्तक्षेप से रुकी महाराष्ट्र की गतिविधि
घटना की जानकारी कलेक्टर श्री मृणाल मीना को मिलते ही उन्होंने महाराष्ट्र के गोंदिया जिला प्रशासन से संपर्क कर कार्रवाई बंद करवाई, जिसके बाद ठेकेदार और उसके साथी मौके से वापस लौट गए।
अवैध आवागमन पूरी तरह बाधित
बालाघाट जिले के प्रशासनिक अमले ने पूरे अवैध रास्ते को पूरी तरह तोड़कर महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश की ओर रेत के अवैध खनन एवं परिवहन पर सख्ती से रोक लगा दी है, जिससे इस मार्ग से किसी भी प्रकार का अवैध आवागमन संभव न हो सके।
धपेरा में सुरक्षा बल तैनात
इसी क्रम में लालबर्रा तहसील के ग्राम धपेरा में वैनगंगा नदी से रेत के अवैध खनन, परिवहन एवं भंडारण की लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए वहां होमगार्ड एवं खनिज सुरक्षा गार्डों को तैनात किया गया है, ताकि अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके।
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