बालाघाट / वारासिवनी
सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग श्रीमती शकुंतला डामोर ने शनिवार, 13 दिसंबर को वारासिवनी कॉलेज परिसर स्थित बालिका छात्रावास का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्रावास में निवासरत बालिकाओं के लिए उपलब्ध शैक्षणिक, आवासीय एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का बारीकी से अवलोकन किया तथा व्यवस्थाओं की स्थिति की जानकारी ली।
श्रीमती डामोर ने छात्रावास में संचालित कोचिंग कक्षाओं का निरीक्षण करते हुए अध्ययन व्यवस्था, शिक्षण सामग्री एवं अनुशासन संबंधी पहलुओं की समीक्षा की। उन्होंने बालिकाओं से संवाद कर उनकी समस्याएं और आवश्यकताओं को सुना तथा छात्रावास प्रशासन को आवश्यक सुधार एवं व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए।
बालिकाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने शिक्षा को आत्मनिर्भरता का सशक्त माध्यम बताते हुए कहा कि नियमित अध्ययन, अनुशासन और आत्मविश्वास से ही सुरक्षित एवं उज्ज्वल भविष्य का निर्माण संभव है। उन्होंने छात्रावास में उपलब्ध कोचिंग सुविधा का भरपूर लाभ उठाने और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निरंतर प्रयास करने हेतु बालिकाओं को प्रेरित किया।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती दीपमाला मंगोदिया भी उपस्थित रहीं। दोनों अधिकारियों ने संयुक्त रूप से बालिकाओं को बाल विवाह के सामाजिक, शैक्षणिक एवं स्वास्थ्य संबंधी दुष्परिणामों की जानकारी दी। साथ ही छात्रावास की सभी बालिकाओं को स्वयं जागरूक रहने तथा अपने आसपास किसी भी बालिका का बाल विवाह न होने देने की शपथ दिलाई गई।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने कहा कि शासन बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में जनजातीय छात्रावासों में बेहतर आवास, शिक्षा और सुरक्षा संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, ताकि बालिकाएं निडर होकर शिक्षा प्राप्त कर सकें और समाज में सम्मानजनक स्थान बना सके ।
अभयवाणी न्यूज
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