बालाघाट।
स्वास्थ्य विभाग में टीकाकरण, जन्म-मृत्यु पंजीयन सहित लगभग 55 महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम देने वाली आशा कार्यकर्ताओं को बीते पांच माह से मानदेय नहीं मिला है।
भुगतान की मांग को लेकर गुरुवार को बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता सीएमएचओ कार्यालय पहुंचीं, लेकिन वहां उन्हें सीएमएचओ नहीं मिले। इससे नाराज आशा कार्यकर्ताओं ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए।
आशा कार्यकर्ता संघ की राष्ट्रीय महामंत्री गीता कटरे ने बताया कि कई बार कार्यालय आने के बावजूद सीएमएचओ कभी भी मुलाकात के लिए उपलब्ध नहीं होते। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को न तो समय पर मानदेय दिया जा रहा है और न ही उनके श्रम का सम्मान किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर आशा कार्यकर्ताओं द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाए गए, लेकिन इसके बदले मिलने वाली प्रति कार्ड 5 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी आज तक नहीं दी गई। इसके विपरीत, जब आशा कार्यकर्ता अपने बकाया भुगतान की मांग करती हैं, तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उन्हें काम से हटाने की धमकी देते हैं।
गीता कटरे ने आरोप लगाया कि बीएमओ और बीपीएम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि “पैसों की बात मत करो, सिर्फ काम करो।” ऐसे हालात में आशा कार्यकर्ताओं के सामने घर-परिवार चलाने का संकट खड़ा हो गया है।
उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ता बिना अवकाश पूरे वर्ष काम करती हैं, फिर भी मानदेय देने में महीनों की देरी की जा रही है। इससे आशा कार्यकर्ताओं में गहरा रोष व्याप्त है और यदि शीघ्र भुगतान नहीं हुआ
👉 जिला क्राइम रिपोर्टर
अभयवाणी न्यूज
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