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कैलाश खेर के विवादित बोलों पर बढ़ा हंगामा

कैलाश खेर के विवादित बोलों पर बढ़ा हंगामा

कैलाश खेर के विवादित बोलों पर बढ़ा हंगामा

नगर पालिका सदस्य ने मुख्य अधिकारी को पत्र लिखकर जताया विरोध, कलाकार का पेमेंट रोकने की मांग


मंदसौर।

पशुपतिनाथ मेले में 20 नवंबर को हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर द्वारा दिए गए बयान लगातार विवाद का कारण बने हुए हैं। अब इस पूरे मामले ने राजनीतिक रूप भी ले लिया है।


कार्यक्रम के दौरान खेर ने मंच से कहा था—

“ताली बजाओ गरीबों”

और आगे नगर पालिका की व्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए कहा—

“गरीबी मत दिखाओ, समझदारी दिखाओ।”


इन बयानों के वायरल होते ही आम जनता से लेकर राजनीतिक हलकों में नाराजगी बढ़ी है।


नपा सदस्य प्रमिला गोयल का आपत्ति पत्र सामने आया


नगर पालिका परिषद मंदसौर की पार्षद श्रीमती प्रमिला संजय गोयल (वार्ड 13) ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को लिखित शिकायत भेजी है।

पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि—

कैलाश खेर ने मंच से केवल जनता ही नहीं, बल्कि मंदसौर के जनप्रतिनिधियों और भाजपा नेताओं का भी मजाक उड़ाया।


खेर के व्यवहार से मेले की गरिमा और शहर की छवि को ठेस पहुँची है।


मंच पर मौजूद नपा अध्यक्ष सहित अधिकारियों को भी टारगेट किया गया।


पार्षद ने अपने पत्र में मांग की है कि -


“ऐसे कलाकार को भविष्य में बुलाने पर रोक लगाई जाए और उसका पेमेंट रोका जाए, ताकि आगे कोई कलाकार मंदसौर की जनता और जनप्रतिनिधियों का अपमान न कर सके।”


पत्र पर नगर पालिका की आधिकारिक मुहर भी लगी है, जिसके बाद यह मामला और गर्मा गया है।


शहर में चर्चा तेज, आयोजन समिति पर सवाल


खेर की टिप्पणी और अब पार्षद के पत्र के बाद शहर में यह सवाल उठ रहे हैं 

कि—


क्या कलाकार को पहले से ब्रीफ़ नहीं किया गया था?

क्या मंच संचालन के दौरान नियंत्रण रखा गया?

क्या भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए नए दिशा-निर्देश बनाए जाएंगे?


नगर पालिका और आयोजन समिति की ओर से अभी तक कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है।


निष्कर्ष


कैलाश खेर के बयानों से शुरू हुआ विवाद अब प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर पहुंच चुका है। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि नगरपालिका इस शिकायत पर क्या कार्रवाई करती है और क्या कलाकार की परफॉर्मेंस फीस रोकने पर कोई फैसला लिया जाता है।

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