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कलेक्टर मृणाल मीना की सख्ती - किसानो के साथ अन्याय बर्दाश्त नही फसल क्षति का सर्वे कर जल्द मुआवजा दे।

बालाघाट
किसानों को मिलेगा पर्याप्त सिंचाई जल — जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में हुए महत्वपूर्ण निर्णय
कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश ।
         फसल क्षति का सर्वे कर शीघ्र मुआवजा प्रदान किया जाए

आज जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक कलेक्टर सभागार में कलेक्टर श्री मृणाल मीना की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जिले के विभिन्न विकासखंडों सहित विधानसभा क्षेत्र के किसानों की सिंचाई से जुड़ी समस्याओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।

बैठक में बताया गया कि रबी सीजन की फसलों के लिए किसानों को पर्याप्त जल उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने संबंधित विभागों को सभी नहरों की समय पर सफाई एवं मरम्मत कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा गया कि जिन नहरों का सीमेंट्रीकरण कार्य अधूरा है, उन्हें प्राथमिकता से पूरा किया जाए ताकि पानी की बर्बादी रोकी जा सके।

कलेक्टर ने जलाशयों में उपलब्ध जलस्तर की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि जल प्रबंधन की ऐसी ठोस व्यवस्था की जाए जिससे किसानों को पूरे रबी सीजन के दौरान सिंचाई हेतु पर्याप्त जल मिलता रहे।
उन्होंने अधिकारियों की लचर कार्यप्रणाली पर असंतोष व्यक्त करते हुए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए और स्पष्ट रूप से कहा कि किसानों की समस्याओं के समाधान में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी विभाग अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाएं और समयसीमा में कार्य पूर्ण करें।

कलेक्टर श्री मीना ने कहा कि किसानों के साथ अन्याय को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि जिन क्षेत्रों में हाल ही में वर्षा अथवा अन्य कारणों से किसानों की फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं, वहां का तत्काल सर्वे कराकर किसानों को उचित मुआवजा प्रदान किया जाए।

बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सभी नहरों और जलाशयों की भौतिक स्थिति का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि रबी सीजन की सिंचाई व्यवस्था में कोई बाधा उत्पन्न न हो।
मुख्य बिंदु

सभी नहरों की सफाई और मरम्मत शीघ्र की जाए।

रबी की फसलों के लिए जल उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

सीमेंट्रीकरण कार्य शीघ्र पूर्ण हो।

जलाशयों का निरीक्षण और जलस्तर की नियमित समीक्षा की जाए।

फसल क्षति वाले किसानों को शीघ्र मुआवजा मिले।
अधिकारियों को कार्यशैली में सुधार के निर्देश।

जिला क्राइम रिपोर्टर - प्रताप गेडाम ✍️

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