छात्र नेता से जिला भाजपा अध्यक्ष तक: राकेश शर्मा का प्रेरणादायक राजनीतिक सफर

उपेंद्र कुमार गौतम
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उपेंद्र गौतम रायसेन
रायसेन। कुशल नेतृत्व क्षमता, सादगी और मिलनसार स्वभाव के धनी राकेश शर्मा ने संघ के बाल स्वयंसेवक से लेकर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष पद तक का सफर संघर्ष, समर्पण और संगठन के प्रति अटूट निष्ठा के बल पर तय किया है। आज वे न सिर्फ रायसेन जिले की भाजपा राजनीति में एक सशक्त और लोकप्रिय चेहरा हैं, बल्कि सबसे कम उम्र के जिला अध्यक्ष के रूप में भी पहचाने जाते हैं।

राकेश शर्मा का जन्म 7 जुलाई 1982 को रायसेन तहसील के ग्राम साचेत में एक सामान्य ब्राह्मण कृषक परिवार में हुआ। उनके पिता पंडित स्व. प्यारे लाल शर्मा एक प्रतिष्ठित किसान थे। राकेश शर्मा परिवार के पाँच बेटों में सबसे छोटे हैं, लेकिन उन्होंने अपने संकल्प और सेवा भाव से पूरे परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन किया।

शिक्षा के क्षेत्र में भी वे सदैव अग्रणी रहे। बीएससी के बाद उन्होंने राजनीति शास्त्र में एम.ए. की डिग्री प्राप्त की और शासकीय स्वामी विवेकानंद कॉलेज रायसेन में अध्ययनरत रहते हुए 2003-04 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्रसंघ अध्यक्ष बने। यहीं से उनके नेतृत्व कौशल की पहचान हुई।

1994 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े राकेश शर्मा ने 1998 से 2007 तक ABVP में जिला संयोजक और फिर भोपाल विभाग प्रमुख के रूप में कार्य किया। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों के हित में कई महत्वपूर्ण कार्य किए। इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा में सक्रिय भूमिका निभाई और दो बार जिला अध्यक्ष बने।

उनकी कर्मठता और जनसंपर्क की उत्कृष्ट क्षमता के चलते पार्टी ने उन्हें जिला भाजपा उपाध्यक्ष और फिर जिला अध्यक्ष जैसा महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा। अपने पहले कार्यकाल में ही उन्होंने विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अहम भूमिका निभाई और संगठन को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया। उनकी लोकप्रियता और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए पार्टी ने उन्हें फिर से जिला अध्यक्ष नियुक्त किया।

राकेश शर्मा की छवि एक सक्रिय, सरल, मृदुभाषी और जमीनी नेता की है, जो पार्टी के हर छोटे-बड़े कार्यकर्ता और आम नागरिक से सहज संवाद बनाए रखते हैं। वे नियमित रूप से जिला कार्यालय में मौजूद रहकर जनसमस्याओं का त्वरित समाधान कराते हैं।

वर्तमान में राकेश शर्मा न सिर्फ सबसे कम उम्र के भाजपा जिला अध्यक्ष हैं, बल्कि वे एक संगठन के सच्चे सिपाही के रूप में हर चुनौती में पार्टी के साथ मजबूती से खड़े नजर आते हैं। उनका अब तक का सफर युवाओं के लिए एक प्रेरणा है और भारतीय जनता पार्टी के लिए एक अमूल्य संपत्ति।

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