रायसेन। शहर की वीआईपी कॉलोनी में हुई बड़ी चोरी का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है। कोतवाली पुलिस ने दो कुख्यात चोरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ₹3 लाख के जेवर, ₹12,000 नकद और एक स्विफ्ट कार बरामद की है। आरोपियों पर पहले से ही कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
घटना का विवरण:
20 जुलाई की रात अज्ञात बदमाशों ने वीआईपी कॉलोनी में एक मकान को निशाना बनाते हुए लाखों रुपये के जेवरात और नकदी चुरा ली थी। कोतवाली पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अपराध क्रमांक XXX/25, धारा 331(4), 305(a) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार पांडेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खरपुसे और एसडीओपी प्रतिभा शर्मा के निर्देशन में थाना प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र गोयल के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम ने सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर चोरों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी:
1. अंकित गुजरे पिता बाबू गुजरे – भोपाल क्षेत्र के कई थानों में 25 से अधिक चोरी, सेंधमारी, लूट के मामलों में संलिप्त।
2. पंकज लोधी पिता मलखान सिंह लोधी (उम्र 19 वर्ष) – अवधपुरी, पिपलानी और अयोध्या नगर थानों में वांछित।
चौंकाने वाला आपराधिक रिकॉर्ड:
दोनों आरोपी भोपाल के विभिन्न थानों में दर्ज 30 से अधिक संगीन मामलों में पहले से ही संलिप्त पाए गए हैं। इन पर धारा 457, 380, 392 सहित BNS की अन्य धाराओं के अंतर्गत गंभीर प्रकरण दर्ज हैं।
बरामद संपत्ति:
सोने-चांदी के आभूषण – ₹3,00,000
नकद राशि – ₹12,000
चोरी में प्रयुक्त स्विफ्ट कार
सराहनीय पुलिस टीम:
इस सफलता में एसडीओपी प्रतिभा शर्मा, निरीक्षक नरेंद्र गोयल, उपनिरीक्षक शैलेन्द्र दायमा, शेर सिंह सुल्या, सागर हरफोरे, सउनि दुर्गेश मंसूरिया, सुरेन्द्र सिंह, प्रधान आरक्षक सचिन शर्मा, आरक्षक शशांक दीक्षित, संदीप जैन, नीरज कटियार, सचिन और शुभम की उल्लेखनीय भूमिका रही।
रायसेन पुलिस की यह सफलता न सिर्फ सजगता और सतर्कता का परिचायक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि संगठित अपराधों पर रोक लगाने के लिए पुलिस की रणनीति कितनी कारगर है। ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई से आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास और भी मजबूत हुआ है।