Top News

बिरसा मुण्डा गौरव यात्रा का परसवाड़ा मे हुआ भव्य एवं ऐतिहासिक स्वागत ।

परसवाड़ा
बिरसा मुण्डा गौरव रथ यात्रा का परसवाड़ा में हुआ भव्य एवं ऐतिहासिक स्वागत ।

भगवान बिरसा मुण्डा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित जनजातीय गौरव रथ यात्रा निरंतर जिले के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर रही है। रथ यात्रा का उद्देश्य जनजातीय समाज के महानायक भगवान बिरसा मुण्डा के जीवन संदेश, संघर्ष एवं स्वतंत्रता संग्राम में उनके अतुल्य योगदान को जन-जन तक पहुँचाना है। इसी कड़ी में 14 नवम्बर को गौरव रथ यात्रा का आगमन परसवाड़ा विकासखंड के सांदीपनि शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय प्रांगण में हुआ।
     👉    गारिमा के साथ किया गया स्वागत .

विद्यालय प्रांगण में रथ के पहुंचते ही संस्था प्राचार्य श्री एस.के. मानेश्वर, समस्त शिक्षकगण एवं विद्यार्थियों ने करतल ध्वनि व जयघोषों के साथ रथ का जोशीला स्वागत किया। रथ प्रभारी एवं उनके साथ आए सहकर्मियों का पुष्पगुच्छ भेंटकर सम्मान किया गया। रथ के आगमन से परिसर में उत्साह, गौरव और सांस्कृतिक ऊर्जा का वातावरण बन गया।

    👉   भगवान बिरसा मुण्डा को नमन
कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष परसवाड़ा श्री समलसिंह धुर्वे, जनपद उपाध्यक्ष श्री कांतीलाल राहंगडाले, विकासखंड अधिकारी श्री डी.डी. ठाकरे तथा माता शबरी कन्या शिक्षा परिसर के प्राचार्य श्री जयन्त खाण्डवे की गरिमामयी उपस्थिति रही। सभी अतिथियों ने भगवान बिरसा मुण्डा के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन किया तथा पुष्प अर्पित कर नमन किया।
इस अवसर पर अतिथियों ने कहा कि भगवान बिरसा मुण्डा केवल जनजातीय समाज के ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण भारत के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने अन्याय, शोषण और अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करते हुए ‘उलगुलान’ आंदोलन का नेतृत्व किया और स्वतंत्रता की लौ जलाए रखी।
     👉          लोकनृत्य ने मन मोहा

अतिथि स्वागत के उपरांत विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा आकर्षक आदिवासी लोकनृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसमें जनजातीय समाज की परंपराएं, लोकधुनें और सांस्कृतिक विविधता का सुंदर समन्वय देखने को मिला। बच्चों की प्रस्तुति ने कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया और सभी ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका उत्साहवर्धन किया।

     👉          गौरव यात्रा के महत्व पर प्रकाश

कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने अपने संबोधन में भगवान बिरसा मुण्डा के जीवन दर्शन, उनके संघर्षों और स्वतंत्रता आंदोलन में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि बिरसा मुण्डा का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है—उन्होंने समाज को जागरूकता, आत्मसम्मान एवं स्वाभिमान का संदेश दिया।

यह भी बताया गया कि गौरव रथ यात्रा का उद्देश्य नई पीढ़ी को जनजातीय नायकों के गौरवशाली इतिहास से परिचित कराना है।

   👉     विद्यालय परिवार का सराहनीय योगदान

पूरे कार्यक्रम की सफल व्यवस्था में विद्यालय प्राचार्य श्री एस.के. मानेश्वर, समस्त स्टाफ तथा छात्र-छात्राओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सभी ने मिलकर आयोजन को अनुशासित, गरिमामयी और यादगार बनाने में अपना योगदान दिया।

गौरव रथ के परसवाड़ा आगमन ने न केवल विद्यालय में उत्सव जैसा वातावरण निर्मित किया, बल्कि जनजातीय गौरव एवं सांस्कृतिक पहचान को भी नई ऊर्जा प्रदान की।
        
 
और नया पुराने