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सीईओ अभिषेक सराफ ने स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास की बैठक मे दिये सुधार के निर्देश ।

बालाघाट                                                                                      स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास योजनाओं की हुई समीक्षा
मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक सराफ ने दिए सुधार के निर्देश

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिषेक सराफ की अध्यक्षता में 17 अक्टूबर को स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक में दोनों विभागों से जुड़ी प्रमुख योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।

बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परेश उपलप, सिविल सर्जन डॉ. निलय जैन, सभी बीएमओ, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती दीपमाला मंगोदिया, सहायक संचालक प्रशांतदीप ठाकुर, तथा सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में गर्भवती माताओं के अनमोल पोर्टल पर पंजीयन की समीक्षा के दौरान पाया गया कि कटंगी, बालाघाट शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लक्ष्यानुसार पंजीयन की संख्या कम है। इस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने असंतोष व्यक्त करते हुए संबंधित खंड चिकित्सा अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
अनमोल पोर्टल डेटा विश्लेषण एवं एएनसी जांच में कम प्रगति पर भी नाराजगी जताई गई और हाई-रिस्क गर्भवती महिलाओं की शीघ्र पहचान एवं उपचार प्रबंधन के निर्देश दिए गए।

बैठक में बताया गया कि जननी सुरक्षा एवं प्रसूति सहायता योजना अंतर्गत वर्ष 2025-26 में 8550 माताओं ने आवेदन किया है, जिनमें से 3712 माताएं पात्र पाई गई हैं। श्री सराफ ने निर्देशित किया कि जिन माताओं के बैंक खाते की ई-केवाईसी एवं समग्र आईडी सत्यापन लंबित है, उन्हें शीघ्र पूर्ण कर सभी पात्र माताओं को प्रसूति सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए।
जिले में कुल 58 प्रसव केंद्र संचालित हैं, जिनमें अब तक 11,920 संस्थागत प्रसव कराए जा चुके हैं। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित किया जाए और मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
टीकाकरण कार्य की समीक्षा में पाया गया कि बिरसा विकासखंड के डब्ल्यूएचओ डेटा एवं जिला डेटा में अंतर है। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए गए कि दोनों में सामंजस्य बनाया जाए और कोई भी बच्चा या गर्भवती माता टीकाकरण से वंचित न रहे।
पोषण पुनर्वास केंद्रों (एनआरसी) के संबंध में निर्देश दिए गए कि कोई भी बेड खाली न रहे तथा कुपोषित बच्चों को तत्काल भर्ती कर उपचार कराया जाए।
इसके अलावा क्षय नियंत्रण, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, सिकल सेल रोगियों की पहचान एवं उपचार, परिवार नियोजन, मलेरिया नियंत्रण तथा अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता की भी समीक्षा की गई।

महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान पाया गया कि टीएचआर (टेक होम राशन) वितरण में संतोषजनक प्रगति नहीं है। इस पर बिरसा परियोजना अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।

आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण आहार एवं मध्यान्ह भोजन वितरण के फेश रिकग्निशन सिस्टम में कम प्रगति पाए जाने पर अप्रसन्नता व्यक्त की गई।

लाडली लक्ष्मी योजना अंतर्गत खैरलांजी परियोजना में लक्ष्यानुसार कम प्रगति होने पर संबंधित अधिकारी को प्रकरणों के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए गए

बालाघाट जिला ब्युरो प्रहलाद गजभिये
    अभयवाणी न्यूज

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