उकवा मंडाई — भारतीय संस्कृति और सभ्यता का जीवंत परिचायक
उकवा क्षेत्र की सबसे बड़ी सोनपुरी मंडाई में उमड़ा जनसैलाब
उकवा क्षेत्र के सोनपुरी ग्राम में हर वर्ष की तरह इस बार भी क्षेत्र की सबसे बड़ी और प्रसिद्ध सोनपुरी मंडाई का आयोजन बड़े ही धूमधाम से किया गया। आकर्षक झूले, साज-सामान और देशी वस्तुओं से सजे इस मेले का इंतजार हजारों लोग पूरे वर्ष भर करते हैं।
दूर-दूर शहरों में निवासरत स्थानीयजन भी अपनी जन्मभूमि की माटी को नमन करने अपने परिवार के साथ विशेष रूप से इस अवसर पर गांव पहुंचते हैं और पूरी मस्ती व उमंग के साथ इस सांस्कृतिक आयोजन का आनंद उठाते हैं। यह मेला न केवल मनोरंजन का माध्यम है, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर और लोकजीवन के मेलजोल का प्रतीक भी है।
मड़ई मेले की विशेषताएँ
सांस्कृतिक महत्व: यह उत्सव भारतीय संस्कृति, लोककला और परंपराओं को प्रदर्शित करने का महत्वपूर्ण मंच है।
विदेशी आकर्षण: अनेक विदेशी पर्यटक भी स्थानीय
संस्कृति का आनंद लेने पहुंचते हैं।
खरीदारी का आनंद: मिठाइयाँ, सिंघाड़े, गन्ना, बच्चों के कपड़े, खिलौने और पारंपरिक वस्तुएँ लोगों को आकर्षित करती हैं।
ऐतिहासिक गौरव: सदियों पुराना यह मेला सामाजिक
और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक रहा है।
गोवारी नृत्य प्रतियोगिता में लोटमारा परसवाड़ा रही अव्वल ।
हर वर्ष की तरह इस बार भी मंडाई में गोवारी नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें अनेक टीमों ने अपनी प्रस्तुतियाँ दीं।
प्रथम पुरस्कार (₹5000 व ट्रॉफी): ग्राम लोटमारा परसवाड़ा ।
द्वितीय पुरस्कार (₹3500 व ट्रॉफी): ग्राम भोरवाही परसवाड़ा ।
तृतीय पुरस्कार (₹1500 व ट्रॉफी): ग्राम समनापुर
इसके अलावा, सभी प्रतिभागी टीमों को सांत्वना पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया।
इनका रहा सहयोग ।
इस सांस्कृतिक आयोजन को सफल बनाने में ग्राम के वरिष्ठ नागरिक ओमकार राहंगडाले, ग्राम सरपंच सुनील उइके, अनुराग गुलाब मड़ावी, मनोज चौधरी, भूमेश मात्रे, सत्यनारायण राहंगडाले, राजेन्द्र दास, सतीश उमरे आदि का सराहनीय योगदान रहा।
मुख्य अतिथि एवं उपस्थितजन
भव्य गोवारी नृत्य प्रतियोगिता में प्रमुख अतिथि के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता एवं सर्व धर्म सेवा समिति उकवा के अध्यक्ष जेम्स बारिक, बसंत कुमरे, नितिन कुमार (सचिव), सूरज लाल कटरे, अर्जुन उइके (सरपंच प्रतिनिधि), शिवनंद मड़ावी, श्रीकृष्ण घुले, राधेश्याम घुले, सुखचरण खंडाते सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
आयोजन समिति का योगदान
आयोजन की सफलता में राजेन्द्र कोडोपे, बाबूलाल गजभिये, नवीन ठाकरे, कांतिलाल चौहान, संदीप गजभिये, सुजल परते, डॉ. प्रभात घुले, नरेश उइके, कपिल पटले, विशाल चौधरी, सोनू सिरसाम, विनय, अमन गौतम, अजय सनीचरे, अनिल ठाकरे, तपेश राहंगडाले तथा ग्राम सोनपुरी के समस्त ग्रामवासी का विशेष योगदान रहा।
सोनपुरी मंडाई न केवल व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र है, बल्कि यह हमारी भारतीय संस्कृति, लोकजीवन और सामाजिक एकता का जीवंत परिचायक है।
बालाघाट जिला ब्युरो -प्रहलाद गजभिये✍️
बालाघाट क्राइम रिपोर्टर - प्रताप गेडाम✍️
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