कोई भी प्रभावित व्यक्ति, जांच और इलाज से वंचित न रहे
प्रदेश के 23 जिलों में 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान जारी
प्रधानमंत्री श्री मोदी का देश को टी.बी. मुक्त करने का संकल्प
भोपाल/बालाघाट, 5 दिसंबर 2024:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि टी.बी. (क्षय रोग) का इलाज संभव है और यह लाइलाज बीमारी नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उस संकल्प का उल्लेख किया, जिसमें वर्ष 2018 में देश को टी.बी. मुक्त करने का लक्ष्य तय किया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की इस मुहिम में सभी को सक्रिय योगदान देना चाहिए।
डॉ. यादव ने बताया कि देश के 347 जिलों में 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान चलाया जा रहा है। मध्यप्रदेश के 23 जिलों में यह अभियान पूरे जोर-शोर से संचालित हो रहा है। ये जिले हैं: अलीराजपुर, अनूपपुर, बैतूल, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, दतिया, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, खंडवा, मंडला, मंदसौर, नरसिंहपुर, नीमच, रतलाम, सीहोर, सिवनी, श्योपुर, सीधी, सिंगरौली, उज्जैन और विदिशा।
टी.बी. मुक्त अभियान में सभी की भागीदारी आवश्यक
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान की सफलता के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने कहा, "हमारे आसपास कोई भी व्यक्ति अगर टी.बी. से प्रभावित हो, तो उसे तुरंत इस अभियान से जोड़ा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी मरीज इलाज और जांच से वंचित न रहे।"
डॉ. यादव ने सभी को आश्वस्त किया कि टी.बी. से डरने की जरूरत नहीं है। इसका पूरा इलाज संभव है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे इस अभियान को सफल बनाने के लिए हर नागरिक को एक कार्यकर्ता के रूप में काम करना होगा।
प्रधानमंत्री का सपना होगा साकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबके सहयोग से टी.बी. मुक्त भारत का सपना साकार होगा। उन्होंने भरोसा जताया कि यह अभियान लोगों की जान बचाने के साथ प्रधानमंत्री के इस महत्वपूर्ण संकल्प को भी पूरा करेगा।
टी.बी. से जुड़ी जानकारी:
- समय पर जांच और इलाज टी.बी. के खिलाफ सबसे बड़ा बचाव है।
- नि-क्षय पोर्टल के जरिए मरीजों को मुफ्त दवाएं और सुविधाएं दी जा रही हैं।
- सभी जिलों में विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं।