सिवनी जिले में स्थित शासकीय सुकतरा हवाई पट्टी पर बिना अनुमति हवाई संचालन जारी है, जो प्रशासनिक लापरवाही का बड़ा उदाहरण बनता जा रहा है। सूचना के अधिकार (RTI) के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार, विमानन विभाग भोपाल ने इस संचालन के लिए कोई अनुमति नहीं दी है।
शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं
इस मामले को लेकर एक माह पूर्व जिला प्रशासन को शिकायत दी गई थी। इसके अलावा, उच्च अधिकारियों और केंद्र एवं राज्य स्तर पर भी शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। सूत्रों का कहना है कि जिला प्रशासन न केवल इस मामले को नजरअंदाज कर रहा है, बल्कि 11 महीनों से लगातार हो रही शिकायतों पर भी कोई संज्ञान नहीं ले रहा है।
कंपनियों के बीच अधिकारों का सवाल
सूत्रों के अनुसार, सुकतरा हवाई पट्टी पर हवाई संचालन रेड बर्ड नामक कंपनी द्वारा किया जा रहा है। हालांकि, विमानन विभाग भोपाल से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हवाई पट्टी मेस्को नामक कंपनी को 15 वर्षों के लिए लीज पर दी गई है। यह स्पष्ट नहीं है कि क्या मेस्को को इस हवाई संचालन का उप-पट्टा देने का अधिकार है या नहीं।
रेड बर्ड पर लगे आरोप
सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि रेड बर्ड कंपनी पर पहले से ही कई आरोप हैं। महाराष्ट्र के बारामती में हुए एक एयरक्राफ्ट दुर्घटना के बाद नागरिक उड्डयन विभाग ने रेड बर्ड द्वारा संचालित सभी हवाई अड्डों को निलंबित कर दिया था। 👆👆👆👆
इसके बावजूद, सुकतरा हवाई पट्टी पर पुनः उनका संचालन जारी करना कई सवाल खड़े करता है।
जांच के मुख्य बिंदु
क्या मेस्को कंपनी ने रेड बर्ड को उप-पट्टा देने के लिए कानूनी अनुमति ली थी?
क्या मेस्को कंपनी ने सुकतरा हवाई पट्टी पर अन्य कंपनी के हवाई संचालन के लिए विमानन विभाग भोपाल से अनुमोदन प्राप्त किया?
जिला प्रशासन इस मामले में कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा?
प्रशासन की निष्क्रियता
स्थानीय समाचार पत्रों में इस विषय पर खबर प्रकाशित होने के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यह प्रशासन की निष्क्रियता और पारदर्शिता की कमी को उजागर करता है।
क्या होगी अगली कार्रवाई?
इस मामले ने न केवल प्रशासनिक व्यवस्था की खामियों को उजागर किया है, बल्कि सुरक्षा से जुड़े गंभीर सवाल भी खड़े किए हैं। अब देखना होगा कि खबर प्रकाशन और लगातार शिकायतों के बाद प्रशासन कार्रवाई करता है या इसे भी अनदेखा कर दिया जाएगा।
इनका कहना है :-
चंद्रमोली आयुक्त विमानन
से जब बात हुई तो वो चुनाव का हवाला देकर अभी व्यस्त हूँ कहकर मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं।
जबकि उन्हीं ने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर मेस्को कंपनी पर कार्यवाही की बात कही थी और अब वो ही मामले में पीछे हो रहे हैं माना जा रहा है इस मामले में कहीं ना कहीं कार्यवाही ना करने को लेकर मंत्रालय से दबाव है