आमजनों में कुछ ही लोग जानते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और वर्तमान मुख्यमंत्री में अशोक गहलोत के बीच अदृश्य गठजोड़ है? इसके चलते राजेशसिंह साढ़े 3 साल तक एसपी के पद पर रहे। इस दौरान उन्होंने जिले से अकूत धन अर्जित किया और बेनामी भूमि खरीदी भूमि के दस्तावेज सीबीआई को नहीं भेजे जाते तो सरकार उन्हें हटाती भी नहीं। धौलपुर जिले के इतिहास में राजेशसिंह का कार्यकाल सबसे अधिक रहा है, उनके बाद आए अफसरों ने 2 साल का कार्यकाल भी पूरा नहीं किया है विधायकों का हस्तक्षेप पुलिस प्रशासन में विधायकों के हस्तक्षेप के चलते प्रतिबंधित चंबल रेत, गांजा, अवैध शराब व मूक पशुओं की तस्करी चरम पर है। वहीं पर्ची से का कारोबार भी दिन प्रति दिन फलफूल रहा है। धौलपुर शहर में प्रति दिन 40 लाख रुपए से अधिक के सट्टा की खाईवाली की जाती है। सट्टा पूरी तरह बेईमानी पर आधारित है। कई होटलों और रेस्तराओं में सेक्स रेकेट का
कारोबार भी खुले आम चलता है। अनियमित और गैर कानूनी कारोबार करने वाले कारोबारी
संबंधित पुलिस थाने में तैनात पुलिसकर्मियों और बीट कांस्टेबलों की नजर से छिपे नहीं हैं पद ग्रहण करने वाले एसपी को बता दिया जाता है कि कांस्टेबलों से लेकर निरीक्षकों के ट्रांसफर व पोस्टिंग विधायकों के कहने से की जाती है। बानगी एसपी सागरपाड़ा और बरैठा पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी को इधर उधर नहीं कर सकते। वहीं पुख्ता शिकायतों के बाद भी निहालगंज व कोतवाली के पुलिस निरीक्षक को दूरस्थ रेंज में भेजने की अभिशंसा भी नहीं कर सकते हैं।
धमकाते हैं शिकायत करने वालों को
पुलिसकर्मियों की कार्यशैली को बेपर्दा करने वाले तटस्थ लोगों को धमकाना व राजकार्य में
बाधा पहुंचाने, अवैध हथियार रखने दुष्कर्म व छेड़छाड़ करने जैसे कई अन्य तरह के मिथ्या व
मनगढंत आरोप लगाकर एफ.आई.आर. दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भिजवाना आम बात है। किसी भी एसपी ने ऐसे मामलों की समीक्षा कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं की है। इसके अभाव में पुलिस का सूचना तंत्र इतना कमजोर हो गया है कि लोग बगल में खड़े अपराधी की सूचना भी नहीं देते हैं। इतना ही नहीं सूचना के अभाव में
अनियमित व गैर कानूनी कारोबार करने वालों के हौसले बुलंद हैं, जो पुलिसकर्मियों के लिए कोरे चेक साबित हो रहे हैं।
ये है चुनौती
क्या अनियमित व गैर कानूनी कारोबार करने वाले कारोबारियों को संरक्षण दे रहे पुलिसकर्मियों की पहचान कर घर का रास्ता दिखा पाएंगे नए एसपी और उनकी जगह पुलिस थानों में ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ एवं परिश्रमी पुलिसकर्मियों को तैनात कर पाएंगे खबरियों के खिलाफ दर्ज झूठी एफ आई आर की समीक्षा कर दोषी पुलिसकर्मियों को जेल भिजवा पाएंगे अचानक छापा मारकर पर्ची सडा, ट्रैक्टर ट्रालियों व ट्रकों से प्रतिबंधित चंबल रेत, मूक पशुओं व गांजे की तस्करी करने वालों सहित होटल व रेस्तराओं में चल रहे सेक्स रेकेट को बंद करा पाएंगे जिले में ये चुनौती मुंह बांए खड़ी हैं। चंबल रेत, सट्टा पर्ची सण व भूमि
अतिक्रमण जग जाहिर है। बड़ा सवाल है कि आर. टी. आई. से मिली सूचना के अनुसार पुलिस
तीन साल में एक भी अभ्यस्त रेत तस्कर व सा कारोबारी को सजा नहीं करा पाई है और
ना ही वह खबरियों का विश्वास अर्जित कर सकी है। ऐसी स्थिति में जिले को अपराध मुक्त
करना बेमानी है।
हर एसपी का रटारटाया जवाब
पदभार ग्रहण करने वाले एसपी से प्राथमिकताओं के बारे में पूछा जाता है तो वे एक ही
रटारटाया जवाब देते हैं कि जिले में कानून एवं शांति व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे। साम्प्रदायिक
दंगा भड़काने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर वारंटियों को जेल के सींखचों में पहुंचाएंगे
और अवैध हथियारों की तस्करी पर रोक लगाएंगे आदि पर किसी एसपी ने यह नहीं कहा कि
जगजाहिर प्रतिबंधित चंबल रेत की तस्करी व पर्ची सट्टा के कारोबार में अभ्यस्त कारोबारियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाकर पूरी तरह बंद कराएंगे और ऐसे कारोबारियों को संरक्षण देने वाले पुलिसकर्मियों को घर का रास्ता दिखाएंगे। दूसरे अनियमित व गैर कानूनी कारोबार तो जग जाहिर नहीं हैं।
दो पन्ने भी कम पड़ जाएंगे
पुलिसकर्मियों की कार्यशैली और अनियमित व गैर कानूनी कारोबार करने वाले कारोबारियों से गठजोड़ पर प्रकाश डालें तो अखबार के दो पन्ने भी कम पड़ जाएंगे। अनियमित व गैर कानूनी
कारोबार करने वाले कारोबारियों के लिए धौलपुर जिला सुरक्षित ही नहीं अति सुरक्षित है।
साईबर सुविधा के बावजूद अपराधी खुले आम घूमते हैं।
सबसे कम कार्यकाल नारायण टोगस का
सबसे कम कार्यकाल नारायण टोगस का 3 माह रहा। हालांकि उन्हें दो माह पहले ही बता दिया
था कि लोग टिकने नहीं देंगे।
राजेशसिंह 29 जनवरी, 15 से 22 जुलाई, 18 तक, दुष्टदमनसिंह 23 जुलाई, 18 से 8 जनवरी, 19 तक अजयसिंह 10 जनवरी, 19 से 07 जुलाई 19 तक मृदुल कच्छावा 8
जुलाई 19 से 08 जुलाई 20 तक, केसरसिंह शेखावत 09 जुलाई 20 से 04 जनवरी, 22 तक,
शिवराम मीणा 05 जनवरी से 30 मार्च 22 तक व नारायण टोगस 02 अप्रेल 22 से 02 जुलाई 22 तक।
क्या कहते हैं जानकार
जानकार बताते हैं सागरपाड़ा व बरैठा पुलिस चौकी पर रहने वाला पुलिसकर्मी अल्प समय में
ही अकूत धन अर्जित कर लेता है। प्रतिबंधित चंबल रेत से भरे ट्रक प्रति दिन रात्रि 11 बजे से
सुबह 5 बजे के बीच इन्हीं पुलिस चौकियों से गुजरते हैं। इस दौरान 35 से 40 ट्रक गुजरते हैं।
प्रति ट्रक 27 हजार रुपए है। पुलिस के लिए ट्रकों को पकड़ना बहुत ही आसान है। तदुपरांत
आगरा से पान मसाले, बीड़ी, सिगरेट लाने वाले कारोबारी बरैठा चौकी के सामने से गुजरते हैं।
इन पर 28 प्रतिशत जीएसटी, 160 प्रतिशत सेस है। पान मसालों में गोल्ड मौहर के बोरे सबसे अधिक होते हैं। यूं तो जीएसटी चोरी का सामान लाने वाले और भी ट्रक भी गुजरते हैं पर सबूतों
के अभाव में निकल जाते हैं।