प्रतिदिन 20 से 40लाख रुपए का लगता है जिले में सट्टा पर्ची l
सूत्रों से मिली जानकारी सट्टा पर्ची खाई वाले बताते हैं कि : एक महीन का पुलिस को दी जा रही 6 हजार रुपए मंथली
धौलपुर स्टेट हेड सचिन तिवारी की रिपोर्ट
धौलपुर । कोतवाली थाना क्षेत्र में कोतवाली थाना एवं टाउन चौकी पुलिस के संरक्षण में करीब आधा दर्जन स्थानों पर सट्टा पर्ची का बड़ा कारोबार चल रहा है। जिसको रोकने के लिए थाना पुलिस के अधिकारी व पुलिस का सिपाही कोई कार्रवाई नहीं करेगा। क्योंकि पुलिस के सबसे बड़े अधिकारी शहर का भ्रमण नहीं कर रहे हैं और पुलिस कर्मियों के संपर्क में थाना क्षेत्र के जुआरियों एव सट्टा पर्ची की मौज चल रही है वही बुधवार को कोतवाली थाना क्षेत्र के पुराना शहर नयाबास किरी मोहल्ला में बड़ा सट्टा पर्ची चलने की सूचना मिली जिसके बाद इंडिया न्यूज़ के रिपोर्टर ने सूचना देने वाले को विश्वास पर लेकर और नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर उसके साथ पुराना शहर मदीना कॉलोनी एवं नया बांस किरी मोहल्ले में जाकर देखा तो सटोरियों की गद्दी सजी नजर आई जहां लोग सट्टा लगा रहे थे और सट्टे खाई वाले सट्टे लिखा रहे थे यही हाल उसको कोतवाली क्षेत्र में कई जगह देखने को मिले जैसे पुराना शहर मदीना कॉलोनी, पुरानी सब्जी मंडी , सब्जी गली पुराना शहर एवं नया बांस, किरी माहौला आदि जगहों पर खुलेआम बेखौफ होकर सट्टा पर्ची लगता नजर आया ऐसे में बात करें तो जिला प्रशासन की यह नजर काफी खामोश लगती हैं के सट्टा पर्ची में ₹1 के ₹90 के लालच में बच्चा बच्चियां एवं महिलाएं एवं मध्यम वर्ग के लोग रिक्शेवाले खेल और रेडी चलाने वाले लोग भी इस सट्टा पर्ची के दलदल में फंसते जा रहे हैं गरीब और गरीब होता जा रहा है वही सट्टा पर्ची साले तड़प रहे हैं और बुलंदियां छू रहे हैं ऐसे में सट्टा पट्टी वालों के हौसले बुलंद इसलिए हैं कि नहीं तो कोई पुलिसकर्मी इन पर कार्रवाई करता है और ना ही कोई अधिकारी सख्त एक्शन लेकर कार्रवाई कर इनको बंद कर आता जिसके कारण है कि भ्रष्टाचार एवं मंथली के चलते थाना अधिकारी एवं पुलिसकर्मी नजरें झुका कर चलते हैं और सट्टेबाज खुलेआम अपनी सट्टे की गड्डियां चलाते हैं कुछ सट्टा खाई वालों ने तो 10 परसेंट का लालच देकर अपने दर्जनों एजेंट बना रखे हैं जो जिले में फैले हुए हैं और अपनी सट्टा की गद्दीया चला रहे हैं
इनका कहना है
इस संबंध में जिला धौलपुर पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह को समाचार पत्र वर्जन के लिए फोन किया 94709 96077 मोबाइल नंबर पर कॉल किया लेकिन पुलिस अधीक्षक ने कॉल रिसीव नहीं किया
इसके बाद समाचार के लिए राजस्थान डीजेपी मोहनलाल (एम एल ) लेटर मोबाइल नंबर 94140 41266 पर भी भजन को लेकर कॉल किया लेकिन दोनों ही अधिकारियों ने कॉल नहीं रिसीव किया